रविवार, 25 जनवरी 2009

हाय रे बेबसी!


ज़रा इस तस्वीर पर गौर कीजिए... और बताइए कि इसमें आपको क्या नज़र आता है...?
आप निश्चित ही इस तस्वीर में बेबसी और लाचारी देखेंगे...
मगर इसके पीछे एक और बात छिपी हुई है...
इस तस्वीर को अपने कैमरे में क़ैद करने वाला छायाकार इसी तस्वीर के लिए पुलित्ज़र अवार्ड से सम्मानित हुआ था... उसने जब इस तस्वीर को अपने कैमरे में क़ैद किया था तब उसके अन्दर की मानवता मर चुकी थी... क्योंकि वो इस तस्वीर को क़ैद करने के बाद के बारे में सोच रहा था... और जैसा उसने सोचा वैसा ही हुआ... उसे पुलित्ज़र पुरस्कार मिला... लेकिन बाद में अचानक उसके अन्दर का मानव जगा... और उसने पश्चाताप स्वरुप आत्महत्या कर ली... आत्महत्या करने के पहले उसे लगा कि अगर उसने इस बच्चे की ओर ध्यान दिया होता तो शायद वह कुछ और दिन जी जाता!!!

2 टिप्‍पणियां:

seema gupta ने कहा…

" मन बहुत व्यथित हुआ इस चित्र को देख कर.......ये मासूम सा बच्चा और इसकी ये दुर्दशा......"

Regards

बाल भवन जबलपुर ने कहा…

http://sanskaardhani.blogspot.com/2009/10/blog-post_10.html